Maharashtra State Board Class 5 Marathi Sulabhbharati Solutions Chapter 2 हत्तीचे चातुर्य

5th Standard Marathi Digest Chapter 2 हत्तीचे चातुर्य Textbook Questions and Answers1. पाहा. ऐका. वाचा. प्रश्न 1.पाहा. ऐका. वाचा.उत्तर: 2. पाहा. सांगा. प्रश्न 1.पाहा. सांगा.उत्तर:एकदा एका मैदानात काही मुले फुटबॉल खेळत होती. या मुलांचा हा खेळ तीन ससे पाहत होते. या मुलांचे खेळून झाल्यावर त्या तीन सशांनी फुटबॉल खेळण्यास प्रारंभ केला. खेळता खेळता अचानक त्यांचा … Read more

Maharashtra State Board Class 5 Marathi Sulabhbharati Solutions Chapter 1 नाच रे मोरा

5th Standard Marathi Digest Chapter 1 नाच रे मोरा Textbook Questions and Answers 1. ऐका. म्हणा. प्रश्न 1.ऐका. म्हणा. नाच रे मोरा, आंब्याच्या वनातनाच रे मोरा नाच! ढगांशी वारा झुंजला रेकाळा काळा कापूस पिंजला रेआता तुझी पाळीवीज देते टाळीफुलव पिसारा नाच ।। 1 ।। झर झर धार झरली रेझाडांची भिजली इरली रेपावसात न्हाऊकाहीतरी गाऊकरून पुकारा … Read more

Maharashtra State Board 11th Hindi रचना पत्र लेखन

पत्रलेखन एक कला है आजकल इसका साहित्यिक महत्त्व भी स्वीकारा जाने लगा है। एक अच्छे पत्र की पाँच विशेषताएँ होती हैं। पत्र लिखते समय निम्नलिखित वातों को ध्यान में रखना चाहिए – पत्र के प्रकार: मुख्य रूप से औपचारिक और अनौपचारिक दो तरह के पत्र माने गए है। औपचारिक पत्र : इस पत्र में संदेश, … Read more

Maharashtra State Board 11th Hindi रचना निबंध लेखन

निबंध लेखन : गद्य लिखना अगर कवियों की कसौटी है तो निबंध लिखना गद्यकारों की कसौटी है। निबंध शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है नि-बंध। बंध का अर्थ है बाँधना या बंधा हुआ इसमें लगे ‘नि’ उपसर्ग का अर्थ होता है अच्छी तरह से। अत: निबंध का तात्पर्य उस रचना से है जिसे अच्छी … Read more

Maharashtra State Board 11th Hindi व्याकरण शब्द संपदा

(1) लिंग : जिस शब्द से संज्ञा के स्त्री या पुरुष होने का बोध होता है, उसे ‘लिंग’ कहते हैं। लिंग के मुख्यत: दो भेद माने गए हैं : पुल्लिंग : पुल्लिंग संज्ञा के उस रूप को कहते हैं जिससे उसके पुरुष होने का बोध होता है। जैसे – राजेश, राकेश, प्रभाकर, चाँद, सूर्य, बैल, घोड़ा … Read more

Maharashtra State Board 11th Hindi व्याकरण मुहावरे

भाषा को स्पष्ट और प्रभावशाली बनाने के लिए मुहावरों का प्रयोग किया जाता है। मुहावरा ऐसा वाक्यांश होता है जो सामान्य अर्थ से भिन्न किसी विशेष अर्थ का बोध कराता है। उसके अंत में प्राय: किसी क्रिया का सामान्य रूप लगा होता है। इनके प्रयोग से भाषा में सरसता, सुंदरता और स्वाभाविकता आती है। मुहावरों … Read more

Maharashtra State Board 11th Hindi व्याकरण काल परिवर्तन

काल परिवर्तन के लिए सबसे पहले क्रिया का जानना अनिवार्य है।क्रिया : वाक्य में जिस शब्द से किसी कार्य का करना या होना ज्ञात होता है। उसे क्रिया कहते हैं।जैसे : पढ़ना, लिखना, बोलना, कहना, सुनना, जानना आदि। क्रिया हमेशा काल से जुड़ी रहती है।काल : काल क्रिया के उस रूपांतरण को कहते हैं जिससे … Read more

Maharashtra State Board 11th Hindi व्याकरण वाक्य शुद्धीकरण

वाक्य में लिंग, वचन, कारक तथा मानकवर्तनी की गलतियाँ सही करने हेतु यह प्रश्न पूछा जाता है। वाक्य में गलतियाँ ढूँढ़कर उन्हें सही करते समय इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि अन्य गलतियाँ न करते हुए शुद्ध वाक्य ही लिखना है। प्रश्न 1.निम्नलिखित वाक्य शुद्ध करके फिर से लिखिए : (1) घर पकवान के खुशबू … Read more

Maharashtra State Board 11th Hindi व्याकरण अलंकार (शब्दालंकार)

अलंकार का अर्थ है – आभूषण, गहने, सजावट आदि। सुंदर वस्त्र, आभूषण जैसे मानव शरीर की शोभा बढ़ाते हैं वैसे ही काव्य में अलंकार काव्य की शोभा बढ़ाते हैं। शब्द और अर्थ के माध्यम से अलंकार कविता का आकर्षण बढ़ाते हैं। अलंकार के भेद : अलंकार के मुख्य भेद तीन हैं। शब्दालंकार : जहाँ पर काव्य के … Read more

Maharashtra State Board 11th Hindi व्याकरण रस वात्सल्य, वीर, करुण, हास्य, भयानक

रस का शाब्दिक अर्थ है – निचोड़। रस काव्य की आत्मा है। काव्य को पढ़ने या सुनने से जिस आनंद की अनुभूति होती है उसे रस कहा जाता है। विभाव, अनुभाव तथा संचारी भावों के संयोग से रस की निष्पत्ति होती है। रस के चार अंग या अवयव हैं : स्थायी भाव : स्थायी भाव का तात्पर्य … Read more