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Maharashtra Board Class 9 Hindi Lokbharti Solutions Chapter 5 जूलिया

Chapter 5 जूलिया

Textbook Questions and Answers

लेखनीय :

प्रश्न 1.
छोटे व्यवसायियों के साथ दिए गए मुद्दों के आधार पर वार्तालाप कीजिए और संवाद के रूप में लिखिए।

उत्तरः

  • रमेश – नमस्कार ! मोहनलाल जी कैसे हैं? बड़े दिनों बाद मुलाकात हुईं। अभी आप कौन-सा व्यवसाय कर रहे हैं?
  • मोहनलाल – नमस्कार रमेश! मैं अच्छा हूँ। अभी कुछ दिनों पहले ही मैंने अगरबत्ती-उद्योग की शुरुआत की है।
  • रमेश – मोहनलाल जी! इतने सारे व्यवसाय के होते आपने इस व्यवसाय का चुनाव क्यों किया?
  • मोहनलाल – रमेश, इस व्यवसाय को चुनने का मुख्य कारण है इसमें लागत कम लगती है और लाभ ज्यादा होता है। इसके लिए ज्यादा जगह की भी आवश्यकता नहीं होती है तथा सरकार की तरफ से आसान शर्तों में कर्ज मिलने की भी सुविधा है। अगर आप छोटे स्तर पर शुरूआत करना चाहते हैं तो आप अपने घर से भी इस व्यापार की शुरूआत कर सकते है। सिर्फ व्यापार की शुरूआत करने से पहले आपको व्यापार का रजिस्ट्रेशन करवाना आवश्यक है।
  • रमेश – इसके लिए आपको दिन में कितना समय देना पड़ता है?
  • मोहनलाल – रमेश इसके लिए मुझे ज्यादा समय की आवश्यकता नहीं होती है क्योंकि मैंने अपने घर से इसकी शुरूआत की है। इससे मुझे दो फायदे हुए कि मैं अपने परिवार के साथ भी समय बिता सकता हूँ और साथ-ही-साथ मेरा व्यापार भी चलता रहता है।
  • रमेश – मोहनलाल जी, क्या आपको इस व्यापार से आनंद मिल रहा है?
  • मोहनलाल – बिल्कुल रमेश, मुझे बहुत खुशी है कि मैंने इस उद्योग को अपनाया। कमाई के साथ-ही-साथ मुझे इस बात की भी प्रसन्नता है कि मेरे कारण कुछ लोगों को रोजगार मिला। अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी अगरबत्ती की भारी माँग है। इसलिए मुझे इस कार्य से बहुत ही आनंद का अनुभव हो रहा है।
  • रमेश – मोहनलाल जी, इतनी सारी महत्वपूर्ण जानकारी देने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद! अच्छा चलता हूँ नमस्कार।
  • मोहनलाल – नमस्कार रमेश।

श्रवणीय :

प्रश्न 1.
दूरदर्शन पर प्रसारित होने वाले ‘हास्य कवि सम्मेलन’ की कविताएँ सुनिए और किसी एक कविता का आशय अपने मित्रों को सुनाइए।

आसपास :

प्रश्न 1.
घरेलू काम करने वाले लोगों की समस्याओं की सूची बनाइए।

पठनीय :

प्रश्न 1.
किसी अन्य पाठ्यपुस्तक से एकांकी पढ़िए ।

मौलिक सृजन :

प्रश्न 1.
जूलिया की जगह आप होते तो …….. विषय पर अपने विचार स्पष्ट कीजिए।
उत्तरः

प्रस्तुत पाठ में लेखक ने जूलिया की पात्रता को जिस प्रकार दर्शाया है, उससे यह ज्ञात होता है कि वह एक सीधी-साधी और डरपोक महिला है; जो अन्याय को भी सहन कर लेती है। अगर उसकी जगह मैं होता, तो यह अन्याय कभी-भी सहन नहीं करता। क्योंकि अन्याय को सहन करना भी एक प्रकार का अपराध है। अगर मैंने परिश्रम किया है, तो उसका उचित पारिश्रमिक मुझे मिलना ही चाहिए।

कार्य को शुरू करने से पहले ही मैं अपने कार्य और वेतन संबंधी सारी चर्चा कर लेता। कार्य की समाप्ति पर अगर मालिक पक्ष वेतन देने में आनाकानी करता या झूठे कारण दिखाकर वेतन कम करने का प्रयास करता, तो उसके खिलाफ आवाज उठाता। इसके बाद भी मालिक मेरा पूरा पारिश्रमिक नहीं देता, तो मैं प्रशासन की मदद लेने में भी हिचकता नहीं और अपना पूरा मेहनताना लेकर ही रहता। मैं कायर और डरपोक बनकर अत्याचार नहीं सहता।

पठित गद्यांश पर आधारित कृतियाँ पूर्ण कीजिए:

प्रश्न 1.
संजाल पूर्ण कीजिए

उत्तरः

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प्रश्न 2.
कारण लिखिए :
(क) गृहस्वामी द्वारा जूलिया से माफी माँगना
(ख) गृहस्वामी से जूलिया को संसार के साथ लड़ने के लिए कहना
उत्तरः
(क) गृहस्वामी ने जूलिया के साथ एक छोटा-सा कूर मजाक किया।
(ख) इस संसार में दब्बू और रीढ़रहित लोगों के लिए कोई स्थान नहीं है।

प्रश्न 3(क).
परिच्छेद में प्रयुक्त कोई एक मुहावरा ढूँढ़कर उसका सार्थक वाक्य में प्रयोग कीजिए :
उत्तरः
ठग लेना – धोखा देना
वाक्यः गृहस्वामी ने जूलिया के पूरे पैसे न देकर उसे ठग लिया।

प्रश्न ख.
‘पर’ शब्द के दो अर्थ लिखिए।
उत्तरः
i. किंतु
ii. पंख

प्रश्न 4.
संसार में दब्बू और रीढ़रहित लोगों के लिए कोई स्थान नहीं है’, इसपर लगभग आठ से दस वाक्यों में अपने विचार लिखिए ।
उत्तरः
इस संसार में दब्बू और रीढ़रहित लोगों के लिए कोई स्थान नहीं है क्योंकि हमारी सामाजिक परिस्थिति ऐसी बन चुकी है कि खामोश रहनेवाले या भयभीत रहनेवाले लोगों के साथ और अधिक अन्याय होता है। डरने के कारण उनका सही हक भी मार लिया जाता है। हमारा किसान सालभर मेहनत करता है लेकिन कुछ लोग उनका अधिकार मार लेते हैं और किसान खामोशी के साथ यह अन्याय सहन करता रहता है।

गरीब मजदूर पूरा दिन मेहनत करता है। लेकिन कुछ बोल नहीं पाने के कारण लोग उसके अधिकारों का हनन करते हैं और उसे उचित मेहनताना नहीं मिल पाता है। इसलिए यह समाज ऐसे लोगों के लिए नहीं है जो खामोशी से सारे ज्यादतियों को बर्दाश्त करते हैं। लोग ईमानदारी के साथ अपना कार्य संपन्न करने के बावजूद भी अपने अधिकारों से वंचित रह जाते हैं सिर्फ दब्बू और रीढ़रहित होने के कारण। अतः इस समाज में डरपोक लोगों के लिए कोई स्थान नहीं है।

पाठ के आँगन में :

1. सूचना के अनुसार कृतियाँ पूर्ण कीजिए :

प्रश्न क.
संजाल :

उत्तरः
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प्रश्न ख.
ऐसे प्रश्न तैयार कीजिए जिनके उत्तर निम्नलिखित शब्द हो :
1. वान्या
2. रुबल
उत्तरः

1. कोल्या के बीमार होने पर जूलिया ने किसे पढ़ाया था?
2. रूस की मुद्रा को क्या कहते हैं?

2. पाठ में प्रयुक्त अंकों का उपयोग करके मुहावरे लिखिए।

प्रश्न 1.
पाठ में प्रयुक्त अंकों का उपयोग करके मुहावरे लिखिए।
उत्तरः

  1. दो – नौ दो ग्यारह होना।
  2. एक – एक और एक ग्यारह होना।
  3. उन्नीस – उन्नीस-बीस का फर्क होना।
  4. चार – चार चाँद लगाना।
  5. पाँचों – पाँचों उँगलियाँ घी में होना।

3. ‘कई बार अज्ञान के कारण गरीबों को ठगा जाता है यह देखकर मेरे मन में विचार आए ……………… 

प्रश्न 1.
‘कई बार अज्ञान के कारण गरीबों को ठगा जाता है यह देखकर मेरे मन में विचार आए ………………
उत्तर:

कई बार जीवन में ऐसी घटनाएँ देखने को मिलती है जिसका प्रभाव बड़े लंबे समय तक रहता है। मैं एक बार एक दवाखाने में बैठा था। मेरे अगल-बगल कई मरीज बैठे थे । उनमें से एक मरीज था जो लगातार खाँस रहा था। उसकी स्थिति देखकर ही मालूम हो रहा था कि वह एक बहुत ही गरीब इंसान है। काफी देर बाद उसका नंबर आया और मेरा नंबर ठीक उसके बाद था इसलिए मैं भी उसके साथ डॉक्टर के चेम्बर के अंदर गया।

डॉक्टर ने परीक्षण करने के बाद उसको बहुत सारे टेस्ट लिख दिए और कहा पहले टेस्ट कराकर ले आओ फिर दवाई दूंगा। अज्ञानता के कारण वह डॉक्टर से यह भी नहीं पूछ पाया कि यह टेस्ट उसे क्यों दिए गए हैं? वह गरीब बेचारा चुपचाप अपना सिर झुकाए कमरे से बाहर निकल गया।

जो टेस्ट उस डॉक्टर ने दिए थे वो काफी महंगे थे और एक गरीब व्यक्ति के लिए वो सारे टेस्ट एक साथ करवाना मुश्किल का काम था। उस समय मेरे मन में यह विचार आया कि बड़ा होकर मैं भी डॉक्टर बनूंगा और गरीबों को नि:शुल्क सेवा करूंगा। गाँव के लोग सीधेसाधे होते हैं और ज्यादा पढ़े-लिखे भी नहीं होते हैं। इसी का फायदा उठाकर लोग मनचाहे ढंग से उन्हें ठगते हैं।

विशेषकर डॉक्टर जिन्हें भगवान के बाद सबसे ज्यादा सम्मान की नजरों से देखा जाता है। कुछ लोग इस पवित्र पेशे को बदनाम कर रहे हैं। मैं आगे चलकर एक डाक्टर के रूप में सिर्फ मरीजों की सेवा करूँगा। यही मेरी इच्छा है।

पाठ से आगे :

प्रश्न 1.
परिचारिका पाठ्यक्रम नर्सिंग कोर्स संबंधी जानकारी अंतरजाल से प्राप्त कीजिए और आवश्यक अर्हता संबंधी चर्चा करें।

भाषा बिंदु :

प्रश्न 1.
नीचे दिए गए चिहनों के सामने उनके नाम लिखिए तथा वाक्यों में उचित विरामचिहून लगाइए।

उत्तर:
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Additional Important Questions and Answers

(क) सूचना के अनुसार निम्नलिखित कृतियाँ परिच्छेद के आधार पर पूर्ण कीजिए।

कृति (1) आकलन कृति

प्रश्न 1.
कृति पूर्ण कीजिए।
उत्तर :

कृति (2) आकलन कृति

प्रश्न 1.
कारण लिखिए।
i. गृहस्वामी द्वारा खुद ही जूलिया को पैसे देना –
ii. गृहस्वामी की पत्नी द्वारा जूलिया को तीन दिन की छुट्टी देना –
उत्तर :
i. क्योंकि जूलिया अपने आप गृहस्वामी से पैसे नहीं माँगती।
ii. क्योंकि तीन दिन से जूलिया के दाँतों में दर्द हो रहा था।

प्रश्न 2.
समझकर लिखिए।
i. इतवार को जूलिया ने यह काम किया
ii. चार दिन यह बीमार रहा
उत्तर:
i. सिर्फ कोल्या को घूमाने ले गई थी।
ii. कोल्या

प्रश्न 3.
सत्य या असत्य पहचानकर लिखिए।

  1. गृहस्वामी कोल्या के स्कूल का हिसाब करना चाहता था।
  2. गृहस्वामी के अनुसार जूलिया की तनख्वाह तीस रूबल वार्षिक तय हुई थी।
  3. गृहस्वामी ने जूलिया का हिसाब डायरी में नोट कर रखा था।
  4. जूलिया से पहले की गवर्नेस को गृहस्वामी तीस रूबल महीना ही देता था।

उत्तर:

  1. असत्य
  2. असत्य
  3. सत्य
  4. सत्य

प्रश्न 4.
सही विधान चुनकर पूर्ण वाक्य फिर से लिखिए।
i. मेरे ख्याल से तुम्हें …………
(क) घर की जरूरत होगी।
(ख) पैसों की जरूरत होगी।
(ग) कपड़ों की जरूरत होगी।
उत्तर:

(ख) पैसों की जरूरत होगी।

ii. तुम्हें हमारे यहाँ काम करते हुए ………..
(क) तीन महीने हुए हैं।
(ख) दो वर्ष हुए हैं।
(ग) दो महीने हुए हैं।
उत्तर:
(ग) दो महीने हुए हैं।

कृति (3) शब्द संपदा

प्रश्न 1.
वचन परिवर्तन कीजिए।
i. छुट्टी
ii. दाँत
उत्तर:

i. छुट्टियाँ
ii. दाँत

प्रश्न 2.
समानार्थी शब्द लिखिए।

  1. स्वर
  2. तनख्वाह
  3. महीना
  4. छुट्टी

उत्तर:

  1. आवाज
  2. वेतन
  3. माह
  4. अवकाश

प्रश्न 3.
विरुद्धार्थी शब्द परिच्छेद से ढूंढकर लिखिए।

  1. नौकर × ………
  2. गैरजरूरत × ………
  3. बाद में × ……..
  4. सही × ……..

उत्तर:

  1. मालिक
  2. जरूरत
  3. पहले
  4. गलत

कृति (4) स्वमत अभिव्यक्ति

प्रश्न 1.
‘मजदूरों के साथ होता अन्याय’ इस विषय पर अपने विचार लिखिए।
उत्तरः

मजदूर हमारे समाज का वह तबका है जिस पर समस्त आर्थिक उन्नति टिकी होती है। वह मानवीय श्रम का सबसे आदर्श उदाहरण है किंतु उनकी स्थिति दयनीय है। उन्हें हर दिन काम नहीं मिल पाता है। उनसे श्रम अधिक लिया जाता है तथा पारिश्रमिक कम दिया जाता है। अत: मजदूरों के कल्याण की दिशा में सरकार को कठोर कदम उठाने चाहिए। मजदूरों के श्रम का सम्मान करना चाहिए तथा उनकी जीवन-दशा में सुधार की प्रक्रिया तेज की जानी चाहिए।

(ख) परिच्छेद पड़कर सूचना के अनुसार कृतियाँ कीजिए।

कृति (2) आकलन कृति

प्रश्न 1.
उत्तर लिखिए।
i. यह बहुत कीमती थी
ii. इनके भाग्य में हमेशा नुकसान उठाना बदा है
उत्तर:

i. प्याली
ii. गृहस्वामी के

प्रश्न 2.
उपर्युक्त गद्यांश से दो ऐसे प्रश्न तैयार कीजिए जिनके उत्तर निम्नलिखित शब्द हो।
i. टहनी
ii. डायरी
उत्तर:
i. किसकी खरोंच लगने से बच्चे की जैकेट फट गई?
ii. गृहस्वामी हर एक चीज किसमें नोट करता है?

प्रश्न 3.
सत्य या असत्य पहचानकर लिखिए।

  1. गृहस्वामी के भाग्य में हमेशा फायदा उठाना बदा है।
  2. गृहस्वामी प्याली का दो रूबल ही काटेगा।
  3. जूलिया अपने काम में ढील देगी तो उनके पैसे नहीं करेंगे।
  4. दस जनवरी को गृहस्वामी ने जूलिया को दस रूबल दिए थे।

उत्तर:

  1. असत्य
  2. सत्य
  3. असत्य
  4. सत्य

प्रश्न 4.
सही विधान चुनकर पूर्ण वाक्य फिर से लिखिए।

i. इतनी बड़ी बात तुम्हारी मालकिन ने …………..
(क) मुझे बताई तक नहीं।
(ख) किसी से छुपाया नहीं।
(ग) तुम्हें क्यों बताया।
उत्तर:

(क) मुझे बताई तक नहीं।

ii. चौदह में से तीन और घटा तो बचते हैं ………….
(क) दस रूबल
(ख) पाँच रूबल
(ग) ग्यारह रूबल
उत्तर:

(ग) ग्यारह रूबल

कृति (3) शब्द संपदा

प्रश्न 1.
लिंग परिवर्तन कीजिए।
i. नौकरानी – नौकर
ii. मालकिन – मालिक
उत्तर:
i. प्याली
ii. गृहस्वामी के

प्रश्न 2.
समानार्थी शब्द परिच्छेद से ढूंढकर लिखिए।

  1. किस्मत
  2. मूल्यवान
  3. हानि
  4. कारण

उत्तर:

  1. भाग्य
  2. कीमती
  3. नुकसान
  4. वजह

प्रश्न 3.
विरुद्धार्थी शब्द लिखिए।
i. झूठ × ………
ii. ज्यादा × ………..
उत्तर:

i. सच
ii. कम

(ग) परिच्छेद पढ़कर सूचना के अनुसार कृतियाँ कीजिए।

कृति (1) आकलन कृति

प्रश्न 1.
कृति पूर्ण कीजिए।
उत्तर:

कृति (2) आकलन कृति

प्रश्न 1.
समझकर लिखिए।
i. जूलिया इसके बावजूद भी गृहस्वामी को धन्यवाद देती है।
ii. गृहस्वामी को यह बात जानकर जरा भी आश्चर्य नहीं होता।
उत्तर:
i. जबकि गृहस्वामी ने उसे ठगा, धोखा दिया और उसके पैसे हड़प लिए।
ii. जूलिया ने जहाँ-जहाँ काम किया उन लोगों ने उसे एक पैसा तक नहीं दिया।

कृति (3) शब्द संपदा

प्रश्न 1.
वचन परिवर्तन कीजिए।

  1. पंजों
  2. बात
  3. रुबल
  4. पैसा

उत्तर:

  1. पंजा
  2. बातें
  3. रूबल
  4. पैसे

प्रश्न 2.
विरुद्धार्थी शब्द लिखिए।

  1. ऊँच × …
  2. धीमा × …..
  3. भला × ……
  4. अन्याय × ……..

उत्तर:

  1. नीच
  2. तेज
  3. बुरा
  4. न्याय

प्रश्न 3.
समानार्थी शब्द लिखिए।

  1. भौरु
  2. बोदा
  3. आश्चर्य
  4. निर्मम

उत्तर:

  1. डरपोक
  2. मूर्ख
  3. अचरज
  4. निर्दयी

भाषाई कौशल पर आधारित पाठगत कृतियाँ

प्रश्न 1.
निम्नलिखित वाक्यों में से अव्यय शब्द पहचानकर लिखिए।
i. मुझे लगता है कि तुम अपने आप पैसे भी नहीं माँगोगी।
ii. कोल्या को घुमाने के लिए ले गई हो।
उत्तर:

i. कि – समुच्चबोधक अव्यय
ii. के लिए – संबंधसूचक अव्यय

प्रश्न 2.
कोष्ठक में दी गई सूचना के अनुसार काल परिवर्तन कीजिए।

  1. मैं तुम्हारी तनख्वाह का हिसाब करता हूँ। (पूर्ण भूतकाल)
  2. मैं खुद ही तुम्हें पैसे दूंगा। (सामान्य वर्तमानकाल)
  3. आप सही कह रहे हैं। (सामान्य भविष्यकाल)
  4. मैं तीस रूबल ही देता था। (अपूर्ण वर्तमानकाल)
  5. तुमने चाय की प्लेट तोड़ी थी। (पूर्ण वर्तमानकाल)
  6. मैं प्याली के दो रूबल काढूँगा।(अपूर्ण भूतकाल)
  7. मारिया वान्या के जूते चुराई। (सामान्य भविष्यकाल)
  8. मैं झूठ बोल रहा हूँ। (सामान्य भूतकाल)
  9. तुम मुझे धन्यवाद दे रही हो। (सामान्य भविष्यकाल)
  10. मैंने तुम्हे ठगा है। (अपूर्ण वर्तमानकाल)
  11. मैंने तुम्हारे साथ मजाक किया। (पूर्ण भूतकाल)
  12. तुम इस संसार से लड़ोगी। (सामान्य भूतकाल)

उत्तर:

  1. मैंने तुम्हारी तनख्वाह का हिसाब किया था।
  2. मैं खुद ही तुम्हें पैसे देता हूँ।
  3. आप सही कहेंगे।
  4. मैं तीस रूबल ही दे रहा हूँ।
  5. तुमने चाय की प्लेट तोड़ी है।
  6. मैं प्याली के दो रूबल काट रहा था।
  7. मारिया वान्या के जूते चुराएगी।
  8. मैंने झूठ बोला।
  9. तुम मुझे धन्यवाद दोगी।
  10. मैं तुम्हे ठग रहा हूँ।
  11. मैंने तुम्हारे साथ मजाक किया था।
  12. तुम इस संसार से लड़ी।

प्रश्न 3.
निम्नलिखित अशुद्ध वाक्य शुद्ध करके लिखिए।

  1. मैंने इसमें नोट कर रखे हूँ।
  2. मेरे ख्याल पर तुम्हें पैसों में जरूरत होगी।
  3. तुमने चाय का प्लेट और प्याली तोड़ी थी।
  4. इसे भी डायरी पर नोट कर लेता हैं।

उत्तर:

  1. मैंने इसमें नोट कर रखा है।
  2. मेरे ख्याल से तुम्हें पैसों की जरूरत होगी।
  3. तुमने चाय की प्लेट और प्याली तोड़ी थी।
  4. इसे भी डायरी में नोट कर लेता हूँ।

प्रश्न 4.
निम्नलिखित अव्यय शब्दों का अपने वाक्यों में प्रयोग कीजिए।
i. और
ii. कि
उत्तर:

i. इस संसार में दब्बू और रीढ़रहित लोगों के लिए कोई स्थान नहीं है।
ii. तुम जानती हो कि मैंने तुम्हें ठग लिया है।

Summary in Hindi

लेखक-परिचय :

जीवन-परिचय : अंतोन पाव्लाविच चेखव का जन्म दक्षिण रूस के तगानरोग नामक स्थान में हुआ था। ये रूसी कथाकार और नाटककार थे। उन्होंने रूसी भाषा में चार कालजयी नाटक दिए। उनकी साहित्यिक रचनाएँ सारे विश्व में सराही जाती हैं। उनकी कहानियों में सामाजिक कुरीतियों का व्यंग्यात्मक चित्रण किया गया है। ये कुशल साहित्यक होने के साथ-साथ एक सफल चिकित्सक भी रहे।
प्रमुख कृतियाँ : नाटक – ‘तीन बहने’, ‘द चैरी आर्चर्ड’, ‘इवानोव’ आदि।
कहानी संग्रह – ‘अन्ना ऑन नेक’, ‘अबैड बिजनेस’, ‘द वर्ड मार्केट’, ‘ओल्ड एज’, ‘ग्रीषा’ आदि। लघु
उपन्यास – ‘ए ड्रीरी स्टोरी’, ‘द वाइफ’ आदि।

गद्य-परिचय :

एकांकी : एकांकी का आकार छोटा होने के कारण इसमें एक अंक की ही कथा होती है। इसकी कथा व संवाद आदि से अंत तक रोचक और आकर्षक होते हैं।
प्रस्तावना : प्रस्तुत एकांकी ‘जूलिया’ के माध्यम से लेखक अंतोन चेखव ने समाज के ऐसे लोगों पर कुठाराघात किया है जो डरपोक और दब्बू हैं तथा स्वयं पर होनेवाले अन्याय का भी प्रतिरोध नहीं करते हैं।

सारांश :

जूलिया वासिल्देवना बच्चों की देखभाल करने वाली एक गवर्नेस है। एक बार उसके मालिक उसे घर पर बुलाते हैं और अन्यायपूर्वक उसका वेतन काट लेते हैं, लेकिन डरपोक और दब्बू स्वभाव की होने के कारण जूलिया उनका विरोध नहीं कर पाती है। तब उसके मालिक उसे समझाते हुए कहते हैं कि उन्होंने तो वेतन काटने का सिर्फ नाटक किया था। उसे यह समझाने के लिए कि यह समाज अत्यंत निर्दयी है।

यहाँ पर अपना हक छीनकर लेना पड़ता है। अगर व्यक्ति संघर्ष नहीं करेगा तथा अपने अधिकार के लिए आवाज नहीं उठाएगा तो यह समाज उसे जीने नहीं देगा। उस पर अन्याय करता ही रहेगा। इसलिए समाज में रहना है, तो अपने अधिकारों के लिए पूरी शक्ति के साथ लड़ना होगा। क्योंकि डरपोक लोगों के लिए इस समाज में कोई स्थान नहीं है। .

शब्दार्थ :

  1. गवर्नेस – छोटे बच्चों की देखभाल करनेवाली
  2. तनख्वाह – वेतन
  3. रूबल – रूस की मुद्रा
  4. नागा – वह जिस दिन काम न किया हो
  5. रुआँसी – रोने जैसी
  6. कसर – कमी
  7. टहनी – डाली
  8. खरोंच – रगड़
  9. यकीन – विश्वास
  10. अनर्थ – सर्वनाश, बुरा, अनिष्ठ
  11. कूर – कठोर, निर्दय
  12. दब्बू – भोंदू, कमजोर
  13. भीरु – डरपोक
  14. बोदा – मूर्ख, सुस्त
  15. ज्यादतियाँ – अन्याय
  16. खामोश – शांत, चुप
  17. निर्मम – निर्दयी
  18. हृदयहीन – दूसरों की भावनाओं की परवाह न करने वाला
  19. रीढ़रहित – अति दुर्बल, कमजोर
  20. पंजा – नाखून
  21. सहना – बर्दाश करना
  22. अन्याय – अत्याचार

मुहावरे :

  1. हड़प लेना – बेईमानी से अधिकार कर लेना/दूसरे की वस्तु हजम कर जाना।
  2. सबक सिखाना – दंड देना।
  3. आसमान से गिरना – आश्चर्यचकित होना।
  4. ठग लेना – धोखा देना।
  5. तंग आना – परेशान होना।