पत्रलेखन एक कला है आजकल इसका साहित्यिक महत्त्व भी स्वीकारा जाने लगा है। एक अच्छे पत्र की पाँच विशेषताएँ होती हैं।
- सरल भाषा शैली।
- विचारों की सुस्पष्टता।
- संक्षेप एवं संपूर्णता।
- प्रभावान्विति।
- बाहरी सजावट।
पत्र लिखते समय निम्नलिखित वातों को ध्यान में रखना चाहिए –
- जहाँ तक संभव हो, पत्र में स्वाभाविकता का निर्वाह होना चाहिए। पत्र में कहीं बनावटीपन नहीं होना चाहिए।
- साधारण संबंधियों या अधिकारी या अपरिचित व्यक्तियों को लिखे पत्रों में कहीं भी अनावश्यक विस्तार या भावुकता नहीं होनी चाहिए।
- सरकारी और कामकाजी पत्रों में कहीं अनावश्यक विस्तार या भावुकता नहीं होनी चाहिए।
- निकट संबंधियों के लिखे पत्रों में पूर्ण आत्मीयता और स्वाभाविकता होनी चाहिए।
- पत्र को उपयुक्त परिच्छेदों में विभाजित करके लिखना चाहिए।
- पत्र की भाषा शुद्ध, सरल व प्रवाहपूर्ण होनी चाहिए। वर्तनी (Spelling) एवं विराम चिह्नों का समुचित प्रयोग होना चाहिए।
- पत्र संक्षिप्त, सुव्यवस्थित, सुस्पष्ट एवं हेतुपूर्ण होना चाहिए। अनावश्यक बातों के लिए पत्र में कोई जगह नहीं होती।
पत्र के प्रकार:
- व्यक्तिगत या पारिवारिक पत्र
- सामाजिक पत्र
- व्यावसायिक अथवा व्यापारिक पत्र
- कार्यालयीन पत्र
मुख्य रूप से औपचारिक और अनौपचारिक दो तरह के पत्र माने गए है।
औपचारिक पत्र : इस पत्र में संदेश, कथ्य, अपरिचित व्यक्ति एवं अधिकारी को लिखा जाता है इसमें प्राय: कार्यालयीन पत्र, सरकारी पत्र, व्यावसायिक व व्यासपीठ पत्र तथा शिकायती पत्र आते हैं। अनौपचारिक पत्र : इसमें व्यक्तिगत; सगे संबंधियों के पत्र, घरेलू या पारिवारिक पत्र आते हैं। अनौपचारिक पत्रों में पत्र लेखक और जिसे पत्र लिखा जाता है, उसके संबंध के अनुसार अभिवादन या अभिनिवेदन में भिन्नता होती। है निम्नलिखित तालिका में सारी बातें स्पष्ट की गई हैं।
विशेष : जो संबंध छोटे-बड़े नहीं हैं या जिन संबंधो में व्यक्तिगत पत्रों जैसी नितांत आत्मीयता नहीं है बल्कि मात्र व्यावहारिकता है वहाँ ‘प्रणाम’ या ‘शुभाशीष’ जैसे किसी अभिवादन की आवश्यकता नहीं होती हैं।
पत्र का प्रारूप
अनौपचारिक पत्र
दिनांक : ……………………………….. संबोधन : ……………………………….. अभिवादन : ……………………………….. प्रारंभ : ………………………………..विषय विवेचन : …………………………………………………………………………………………………………………………………….. …………………………………………………………………………………………………………………………………………………………….. ……………………………………………………………………………………………………………………………………………………………..तुम्हारा / तुम्हारी : ……………………………….. नाम : ……………………………….. पता : ……………………………….. ई-मेल आईडी : ……………………………….. |
औपचारिक पत्र
दिनांक : ……………………………….. प्रति, ……………………………….. ………………………………..विषय : ……………………………….. संदर्भ : ……………………………….. महोदय : ……………………………….. विषय विवेचन : …………………………………………………………………………………………………………………………………….. …………………………………………………………………………………………………………………………………………………………….. ……………………………………………………………………………………………………………………………………………………………..भवदीय/भवदीया, हस्ताक्षर : ……………………………….. नाम : ……………………………….. पता : ……………………………….. ई-मेल आईडी : ……………………………….. |
पत्र के नमूने
1. व्यक्ति गत / अनौपचारिक पत्र
दिनांक : 7 सितंबर, 2019. आदरणीय पिताजी, सादर प्रणाम।आपको यह जानकर खुशी होगी कि मैं यहाँ आनंद से हूँ। मैं अपने महाविद्यालय में कई सहपाठियों को मित्र बना चुका हूँ, जो अच्छे . स्वभाव के, परिश्रमी और अध्ययनशील है। मैं यहाँ अभी नया हूँ फिर भी सब का स्नेह प्राप्त है। यहाँ के प्राचार्य और प्राध्यापक सभी अच्छे हैं। उनका हम पर पूरा ध्यान रहता है। मैं विज्ञान परिषद का मंत्री चुना गया हूँ।यहाँ जीवन अत्यंत व्यस्त है। हर क्षण कीमती है। सब में एक तरह की प्रतियोगिता है। सभी एक-दूसरे से आगे निकलना चाहते हैं। मैं आप को विश्वास दिलाता हूँ कि जीतोड़ परिश्रम करके मैं परीक्षा में अच्छे अंक लाऊँगा। शेष कुशल है। पूजनीय माता जी को प्रणाम व प्रिया को आशीर्वाद।आपका स्नेहाकांक्षी, शरद नाम : शरद देशमुख पता : बी- 212, साई कृपा, महात्मा गांधी रोड, विलेपार्ले (पूर्व), मुंबई – 400 057 ई-मेल आईडी : sharad2000@gmail.com |
2. वधाई पत्र :
दिनांक. 15 जून, 2017 प्रिय सविता सप्रेम नमस्ते।यह जानकर प्रसन्नता हुई कि तुम बारहवीं कक्षा में प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुई हो और तुम्हें 86 प्रतिशत अंक मिले हैं तुम्हारी इस सफलता पर मैं तुम्हें हार्दिक बधाई देती हूँ। आशा करती हूँ कि तुम्हें आगे की परीक्षा में भी ऐसी ही सफलता मिलती रहे।वैद्यकीय या अभियांत्रिकी शिक्षा में तुम अपनी रुचि के अनुसार ही प्रवेश लो, तुम्हें अवश्य सफलता मिलेगी। तुम्हारे माता-पिता को प्रणाम।तुम्हारी कुशलता की कामना के साथ। तुम्हारी सहेली, प्रभा नाम : प्रभा शर्मा पता : डी, 107, साकेत, नवघर रोड, ठाणे (पू.) ई-मेल आईडी : psharma.2017@gmail.com |
3. निमंत्रण पत्र:
दिनांक : 15 अप्रैल, 2019, प्रिय भाई भावेश, सप्रेम नमस्ते।आपको यह जानकर प्रसन्नता होगी कि अगामी 5 मई, 2019, रविवार के दिन मेरे नए घर का गृहप्रवेश है! इस शुभ अवसर पर सपरिवार उपस्थित होकर हमे कृतार्थ करें।आशा है कि आप हमें अनुग्रहित करेंगे।आपका शुभाकांक्षी, अनिल कुमार। नाम : अनिल कुमार पाठक पता : 70/क, कलासागर, खार (प.), मंबई-400 052. ई-मेल आईडी : anilpathale@yahoo.com |
4. भावी योजना हेतु मित्र को पत्र
दिनांक : 20 मार्च, 2019. प्रिय मित्र अशोक, नमस्ते।तुम्हारा पत्र मिला। समाचार पाकर प्रसन्नता हुई। पिछले हप्ते ही मेरी परीक्षा समाप्त हुई है। अगले हप्ते सी इ टी की परीक्षा भी है, जिसकी तैयारी कर रहा हूँ। मेरे प्रश्न पत्र अच्छे गए हैं। बारहवीं में 85% अंक पाने की उम्मीद है।माता जी और पिता जी चाहते हैं कि मैं अभियंता (इंजीनियर) बनू किंतु मेरी रुचि डॉक्टरी में है। बचपन से ही एक सपना देखा है। डॉक्टरी में अर्थलाभ के साथ मानव-सेवा का सुअवसर भी प्राप्त होगा। यह किसी अन्य व्यवसाय में संभव नहीं है।यदि तुम्हारी सलाह भी मुझे शीघ्र मिले तो बेहतर होगा। चाचा और चाची को मेरा प्रणाम। शेष कुशल है।तुम्हारा मित्र, सतीश नाम :- सतीश ठाकुर, पता : 105, कलाकुंज, शनिवार पेठ, पुणे – 7. ई-मेल आई.डी. : satish.thakur@gmail.com |
(5) कार्यालयीन पत्र :
दिनांक : 20 अक्टूबर, 2019 प्रति, श्री.पुलिस इंस्पेक्टर, शहर पुलिस थाना, वर्धा। विषय : पटाखे असमय फोडने पर प्रतिबंध लगाने हेतु अनुरोधन-पत्रमान्यवर महोदय, दीवाली के इस शुभ अवसर पर रंग में भंग डालने की मेरी कोई मनिषा नहीं है। पर्व त्योहार मनाने की स्वतंत्रता में मैं बाधा नहीं डालना| चाहता हूँ। परंतु दीवाली के पटाखों से मुहल्ले में दिन-रात शोर-शराबा चलता है। घर में बुजुर्ग और छोटे बच्चे भी होते हैं। उनपर इसका बुरा प्रभाव पड़ता है।ऊपर से प्रदूषण भी बढ़ता है। मैं सुरेश भोसले आपको विनम्र अनुरोध करता हूँ कि आप इन पटाखों के फोड़ने पर कुछ-कुछ प्रतिबंध लगाएँ। एक निश्चित समय पर ही फोड़ने की इजाजत दें। ज्यादा आवाज करनेवाले पटाखों पर प्रतिबंध डाल दें। इस से ध्वनि प्रदूषण कम होगा और सबकी परेशानी मिटेगी।उम्मीद करता हूँ कि आप हमारी परेशानी को गंभीरता से लेंगे और अपने अधिकारों का उपयोग कर ठोस कदम उठाएँगे। तसदी के लिए माफी चाहता हूँ।भवदीय, सुरेश भोसले। नाम : सुरेश भोसले, पता : 50, सेवा सदन, गोखले नगर, वर्धा। ई-मेल आई.डी : sureshb1978@gmail.com |
(6)
दिनांक : 30 मई, 2019. सेवा में, श्रीमान प्रधानाध्यापक, वैद्यनाथ विद्यालय, परली। विषय : पाँचवी कक्षा में प्रवेश दिलाने के लिए प्रार्थना पत्रमान्यवर महोदय, वैद्यनाथ विद्यालय परली में ही नहीं बल्कि महाराष्ट्र के सबसे अच्छे विद्यालयों में से एक है। मैं चाहती हूँ कि मेरा छोटा भाई कमलेश आगे की पढ़ाई आपके विद्यालय में करे। पिछले वर्ष चौथी कक्षा में उसे अस्सी प्रतिशत अंक आए हैं। वह पढ़ाई के साथ-साथ खेल में भी अच्छा है।दौड़ प्रतियोगिता में उसने राज्यस्तर पर कांस्य पदक प्राप्त किया है। नृत्य और अभिनय जैसी कलाओं में भी निपुण है। उसके इन सभी गुणों का आपके विद्यालय में और विकास होगा। उम्मीद करती हूँ कि आप मना नहीं करेंगे।इस पत्र के साथ मैं चौथी के अंक-पत्र की प्रतिलिपि भेज रही हूँ। आपसे नम्र निवेदन है कि आप मेरे भाई को पाँचवी कक्षा में प्रवेश देने की कृपा करें।धन्यवाद। प्रार्थी, शैलजा पाठक। नाम : शैलजा पाठक, पता : 460, आसरा, नेताजी मार्ग, परली। ई-मेल आई.डी.: shaila.pathale@gmail.com |
7. व्यावसायिक पत्र :
दिनांक : 16 जून, 2019 सेवा में, मा. व्यवस्थापक, क्वालिटी स्पोर्टस् अप्पा बळवंत चौक, पुणे। विषय : खेल सामग्री की माँग संदर्भ : अखबार में छपा विज्ञापनमान्यवर महोदय, जन-जागरण में प्रकाशित आपके विज्ञापन से ज्ञात हुआ कि आपके यहाँ सभी प्रकार की खेल सामग्री उपलब्ध है। मैं माधव बाग के क्रीड़ा-मंडल का अध्यक्ष होने के नाते आपको यह पत्र लिख रहा हूँ। जल्द ही हमारे यहाँ वार्षिक खेल उत्सव शुरू होगा। इसके लिए मुझे निम्नलिखित खेल-सामग्री की आवश्यकता है।अनु. क्र. 1. 2. 3. 4.सामग्री फुटबॉल बास्केटबॉल हॉकी स्टिक्स नेटनग 10 10 08 02नियमानुसार पाँच सौ रुपए का पोस्टल आर्डर आपको भेज रहा हूँ। शेष रकम वी.पी.पी. छुड़ाते समय अदा की जाएगी। उचित कमीशन देने की कृपा करें। खेल सामग्री जल्द से जल्द ऊपर लिखे पते पर भेजने की कोशिश करें।धन्यवाद, भवदीय, अरूण पाटील। पता : माधव बाग, सांगली। ई-मेल आई.डी.: arunp-2898@gmail.com |
8. सामाजिक पत्र :
दिनांक : 20 जून, 2019 सेवा में, मा. स्वास्थ्य अधिकारी, नगर परिषद, कोल्हापुर।विषय : मुहल्ले की अस्वच्छता दूर कराने के लिए निवेदनमहोदय,मैं कोल्हापुर की नागरिक हूँ और शिवनेरी, खासबाग मैदान के पास रहती हूँ। मैं मुहल्ले के नागरिकों के प्रतिनिधि के रूप में आपका ध्यान एक महत्त्वपूर्ण समस्या की ओर आकर्षित करना चाहती हूँ।पिछले कई दिनों से मुहल्ले की सफाई ठीक से नहीं हुई है। जगह-जगह गंदगी फैली हुई है।कचरे की पेटियाँ बहुत छोटी हैं और उनकी संख्या भी पर्याप्त नहीं है। उचित मात्रा में कीटनाशक औषधियों का छिड़काव भी नहीं किया जाता। भयंकर बदबू के कारण आने-जाने वालों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। मुहल्ले में मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ा है।इसके कारण संक्रामक रोगों के फैलने की आशंका उत्पन्न हो गई है।आकस्मिक रूप से हुई भारी वर्षा ने जनता के कष्ट और भी बढ़ा दिए हैं।अत: आप से विनम्र निवेदन है कि तत्काल सफाई का उचित प्रबंध किया जाए। नई कचरा पेटियाँ रखी जाएँ और कीटनाशक दवाएँ छिड़की जाएँ।आशा है, इस दिशा में तत्काल उचित कार्रवाई करेंगे।तसदी के लिए क्षमस्व, भवदीया, संगीता कोटणीस। नाम : सांगीत कोटणीस पता : 46, शिवनेरी, शाहू नगर, खासबाग मैदान, कोल्हापुर। ई-मेल आई.डी.: sangeeta-2010@gmail.com |